हम इंडियन खींचते हैं हमारे भाइयों की टांग
एक दिन की बात है....
एक लड़के ने पूछा कि, सर जी
आप यह बताइए कि दूसरे देशों की तुलना में भारत इतना पीछे क्यों है. ........
तो उस बच्चे को एक कहानी सुनवाई
आइए हम जानते हैं.....
कुछ समय पहले की बात है सर जी किसी समुंदर जीवों प्रदर्शनी.......
प्रदर्शनीलगी हुई थी वे उस प्रदर्शनी में एक चीज देखकर.......
बहुत ही हैरान हो गए थे उन्होंने देखा के सभी केकड़ों की बोतल......
के ढक्कन लगे हुए थे परंतु एक बोतल का ढक्कन खुला था......
उन्होंने उनसे पूछा कि, आपने सारी बोतल के ढक्कन को...
लगा के रखा है परंतु इस बोतल का
ढक्कन क्यों नहीं लगाया.......
उन्हें जो जवाब जवाब मिला उससे
वह हैरान हो लोग हैरान थे.......
उन्होंने जवाब दिया कि यह सब जो
केकड़े हैं दूसरे देश के दूसरे देश के हैं.....
अगर इनमे से कोई बाहर निकलने की कोशिश करता है तो दूसरा केकड़ा
उसकी बाहर निकलने मैं मदद करता है.......
परंतु भारत का कोई केकड़ा बाहर निकलने की कोशिश करता है
तो दूसरा केकड़ा उसे खींचकर नीचे गिरा देता है जिसके कारण
कोई भी केकड़ा इस जार के बाहर निकल नहीं पता है
भले ही यह कहानी एक कल्पना है परंतु हम इस बात को भी नहीं नकार सकते कि भारत में कोई भी व्यक्ति आगे बढ़ने की सोचता है जो हम उसे आगे नहीं बढ़ने देते हैं
एक दिन की बात है....
एक लड़के ने पूछा कि, सर जी
आप यह बताइए कि दूसरे देशों की तुलना में भारत इतना पीछे क्यों है. ........
तो उस बच्चे को एक कहानी सुनवाई
आइए हम जानते हैं.....
कुछ समय पहले की बात है सर जी किसी समुंदर जीवों प्रदर्शनी.......
देखने के लिए नहीं थे ! तो उन्होंने देखा कि एक जगह केकड़ों की.........
प्रदर्शनीलगी हुई थी वे उस प्रदर्शनी में एक चीज देखकर.......
बहुत ही हैरान हो गए थे उन्होंने देखा के सभी केकड़ों की बोतल......
के ढक्कन लगे हुए थे परंतु एक बोतल का ढक्कन खुला था......
उन्होंने उनसे पूछा कि, आपने सारी बोतल के ढक्कन को...
लगा के रखा है परंतु इस बोतल का
ढक्कन क्यों नहीं लगाया.......
उन्हें जो जवाब जवाब मिला उससे
वह हैरान हो लोग हैरान थे.......
उन्होंने जवाब दिया कि यह सब जो
केकड़े हैं दूसरे देश के दूसरे देश के हैं.....
अगर इनमे से कोई बाहर निकलने की कोशिश करता है तो दूसरा केकड़ा
उसकी बाहर निकलने मैं मदद करता है.......
परंतु भारत का कोई केकड़ा बाहर निकलने की कोशिश करता है
तो दूसरा केकड़ा उसे खींचकर नीचे गिरा देता है जिसके कारण
कोई भी केकड़ा इस जार के बाहर निकल नहीं पता है
भले ही यह कहानी एक कल्पना है परंतु हम इस बात को भी नहीं नकार सकते कि भारत में कोई भी व्यक्ति आगे बढ़ने की सोचता है जो हम उसे आगे नहीं बढ़ने देते हैं
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