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गरीब लोग ऐसा सोचते हैं

गरीब होते नहीं गरीब एक सोच
Nikology-YouTube चैनल copiy द्वारा प्रसारित


 एक दिन एक गुरु और एक  उनके शिष्य घूमते-घूमते एक गांव में पहुंचे वहां पर उन्होंने देखा कि एक बहुत बड़ा खेत है तथा वह जमीन भी बहुत उपजाऊ है ! परंतु उसको  को देखकर ऐसा लगता था कि उसका मालिक उस पर ज्यादा देखभाल नहीं करता था !

तथा पास हीं एक छोटा सा घर था तथा घर में आवाज दि  वहां से है  4 जो लोग बाहर आए जिसमें से दो छोटे बच्चे थे  तथा  उस खेत का मालिक और उसकी पत्नी बाहर आई उसके फटे हुए कपड़ थे तथा वे बहुत ही गरीब नजर आ रहा थे !

कथा गुरु जी ने पूछा कि तुम्हारी जमीनी इतनी अच्छी हैं
उन्होंने पूछा कि फिर भी तुम खेती नहीं करते तो तुम्हारा रोजाना का गुजारा कैसे चलता है


तो उस पति ने कहा कि मेरे पास एक भैंस है तथा उसका दूध मार्केट में बेच देते हैं कुछ दूध घर में इस्तेमाल कर लेते हैं

तथा इसी तरह हमारा गुजारा चलता रहता है तथा वहां शाम हो गई और गुरुजी ने वहां अनुमति लेकर विश्राम करने को कहा

जब रात काफी हो गई थी तब गुरु जी ने अपने शिष्य से कहा कि तुम इस की भैंस को कहीं दूर जंगल में छुपा दो


शिष्य को यह सुनकर अचंभा हुआ और दुख भी हो परंतु गुरुजी की बात को मानकर वह भैंश को जंगल में छोड़ आया

 10 साल बाद जब वह एक बड़ा गुरु बना तो उसने अपने गलती को सुधारने के लिए वहीं पर गया

परंतु वह जाकर वाह हैरान हो गया उसने देखा कि वहां पर बड़े बड़े बगीचे है , तथा हुआ घर जो छोटा था वहां पर एक बहुत बड़ा घर बन गए

उसने सोचा कि वाह किसान वाह से जमीन छोड़ का चले गया होगा

उसने वहां पास में उसे किसान को काम करते हुए देखता हूं और सब पूछा हे कैसे हो

उसने बोला कि आप उस दिन चले गए थे और उसी दिन मेरे भैंस घूम  गई थी

और मेरे पास कमाई का कोई दूसरा साधन भी नहीं था इसलिए मैंने कुछ लकड़ियां घाट कर मार्किट में बेचने के बाद जो पैसा बचा उसे मैंने दो बेल खरीदा

तथा मैंने खेती करना चालू कर दिया तथा फलो और का भी बगीचा लगाना चालू कर दिया

फटा में देखते ही देखते इस शहर का सबसे अमीर व्यक्ति बन गया

इसा ही हम सोचते हैं की हमें जो मिल रहा है हमारे लिए बहुत है ! इसी सोच के कारण हम और कैसा अधिक पैसा नहीं कमा पाते हैं ! अगर आपके पास आईडिया है और पैसा नहीं तो उस idea गो साइट में रखिए और JOB कर कर पैसा कमाया और फिर उस idea पर काम कीजिए

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इसे कहते हैं बिजनेसमैन की सोच

इसे कहते हैं बिजनेसमैन की सोच


एक गांव था तथा उस गांव में पानी को लेकिन बड़ी बड़ी समस्या थी तथा गांव की महिलाओं को गांव के बाहर बने नदी से पानी लाने में काफी समस्या आती थी तथा उनका काफी समय में निकल जाता था !वहां पर बैठे कुछ फालतू नौजवानों मैं से एक को आईडिया उसने बोला हे चलो अपन ऐसा करते हैं कि गांव पानी के काफी समस्या हे तथा हम लोग 25 पैसे मैं एक गाढ़ा बार बार करने आएंगे25 पैसा में एक घडा भर कर और उसे गांव में बेचे ...उनका business बहुत चलातथा वे प्रतिदिन ऐसा ही करतेऐसा करते करते लेकिन उसके मन में ख्याल आया कि आज तो मैं......काफी स्वस्थ हू काफी अच्छा हूंपरंतु जब मेरी तबीयत खराब हो गई...या फिर मैं बूढ़ा हो गया तो मेरे परिवार का क्या होगा..... तथा इसे बात के चलते परेशान था तथा एक गांव में सुराही देखी.....क्योंकि उसने वह पहले वाली भेजी थी तो उसने सोचा कि यहां इतनी बड़ी है तो इसे और बड़ा भी किया जा सकता है......तथा उसने यहां बात अपने मित्र को बताए तो उसने बोला तो पागल को नहीं हो गया मिट्टी की ऐसी इसे बनाएंगे तो छुट्टी नहीं जाएगी तो......तथा उसके पास लाख वजा थी उसे नए बनाने कि, परंतु उसके पास एक वजा थी कि मुझे वहां बनाना है तो!तथा उसने वह बनाया और जो घड़ा दूसरे 25 पैसा में भरते थे...उसे वहां 15  पैसों में बढ़ने लगा तथा वहां सस्ता भर रहा था तो सभी गांववासी उससे ही पानी लेने लगे.....तथा दूसरे गांव के लोगों ने भी उसे कहा कि तुम हमारे गांव में भी ऐसा एक  यंत्र लगाओतथा वह देखते ही देखते उस गांव का नहीं उसका जिले का सबसे अमीर व्यक्ति बन गया

तो देखा दोस्तों बिजनेसमैन किस तरह से सोचते हैं वह यह नहीं देखते इस काम में क्या परेशानी आई है वाह यार देखते हैं कि मुझे यह करना है तो करना है अगर आपके पास Idea है और पैसा नहीं है तू उस Idea को कुछ दिन साइड में रखें और जॉब कीजिए पैसा कमाए और फिर स्टार्ट कीजिए

 Sandeep Patra YouTube channel


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परिश्रम का फल सदैव मिलता है

 परिश्रम का फल सदैव मिलता है


काफी समय पुरानी बात हैगुरु वह उनका शिष्य एक आश्रम मैं रहते थे गुरुजी उस शिष्य कोप्रतिदिन दो घोड़ा पानी लाने कोकहते थे तथा एक दिन की बात है दो घड़ों में से एक घड़े में बीच से छेद हो गया......तथा फिर भी वह उस घड़े से रोजा पानी भरकर लातापरंतु वहां पानी आश्रम तक आते आते हैं आधा ही बच पाता तथा यहां सब लगभग दो साल तकयूं ही चलते रहो जब वह परेशान हो गया.....तो उसमें अपने गुरुदेव से कहां जी गुरु जी मैं प्रतिदिन घड़े मेंजल भरकर लाता हूं परंतु इस घड़े का  पानी आश्रम तक आते-आते आधा ही बच पाता हैतथा गुरु जी मैं इस कारण परेशान हो गया हूं.......तो गुरुजी ने कहा बेटा तुम कल जब पानी भरना जाओ तो देखना के जो मटका फूटा हुआ था उस रास्ते पर.......इस तरह का परिवर्तन आता है तथा मुझे तुम आकर बताना दूसरे दिन सुबह जब फिर से शिष्य नदी में जल लेनाकाफी समय पुरानी बात है गुरु वह उनका शिष्य एक आश्रम मैं रहते थे गुरुजी उस शिष्य कोप्रतिदिन दो घोड़ा पानी लाने कोकहते थे तथा एक दिन की बात है दो घड़ों में से  एक घड़े में बीच से छेद हो गयापरंतु फिर भी वह प्रतिदिन की तरह घड़े में नदी से पानी भरकर आता और प्रतिदिन नहीं घड़े का पानी आश्रम तक आते आते आधा मटका पानी ही बच पाता हूं परंतु उसके गुरु जी ने कहा थाबेटा तुम पानी का मटका नदी से पूरा ही भरकर लाना तथा उस ने भी ऐसा ही किया तथा ऐसे ही दो वर्षों तक चलता रहा1दिन तक हार कर शिष्य ने पूछा कि मुझे गुरु जी मैं रोज इतनी मेहनत कर करइन दोनों घरों को नदी से भर कर लाता हूं परंतु एक घड़ा आधा खाली हो जाता हैशिष्य की यह बात सुनकर गुरु जी बोले कि बेटा कल जब तू पानी भरने जाएगातो जिस तरह वह पोता मटका तू रखता था उस रास्ते का एक बार अच्छे से देखते हुए आनाशिष्य ने ऐसा ही किया वहां नदी से जब पानी भर कर लाने लगा तो उसने रास्ते में देखा कीजिस साइट फूटा हुआ मटका का था  उस साइड फूलों की लाइन लगी हुई  थी और यह सब बात उसने अपने गुरु जी को बताएं तथा गुरु जी ने बोला कि बेटा यह मुझे पता था वाह बीच में से छेद हो चुका हैतथा इसी कारण मैंने उस रास्ते पर फूलों के बीच लगा दिया तथा उस पानी के मिलने से इतने सुंदर सुंदर फूल आ गए तथा प्रकृति की सुंदरता बढ़ गई

मेहनत हम कैसे करें उसका फल अंत में मिलता है अगर आप किसी काम को कर रहे हो बताओ कैसी भी मेहनत कर रहे हो या आप यह सोच रहे हो कि मैं फालतू की मेहनत कर रहा हूं तो ऐसा नहीं है उस मेहनत का फल आपको कहीं ना कहीं ऐसे ना कैसे मिलेगा और जरूर मिलेगा

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आप कौन सी कैटेगरी में है

 आपकी केटेगरी कौन सी है





दोस्तों नमस्ते क्या आपको पता है आप किस केटेगरी में हो A B में या C में चलो हम एक कहानी से जानने की कोशिश करते हैं, कि आप किस केटेगरी में हैं तो चलिए हम जानते हैं

एक रमेश नाम के व्यक्ति के 3 पुत्र थे तथा उन तीनों  पत्रों मैं एक-एक के अंतराल में अपनी शिक्षा एक ही कॉलेज से  समाप्त की .......


तथा तीनों ने ही एक ही कंपनी में एक एक साल के अंतराल में काम करना शुरू किया यह तीनों एक ही कंपनी में काम कर रहे थे.....


एक दिन जब उनके पिताजी उनके पुत्रों से मिलने आए  तो अपने पुत्रों से पूछा मान लीजिए उनके पुत्रों का नाम "A" "B" और "C"  है 

तो माने अपने "A" बेटे से पूछो कि तुम्हारी सैलरी कितनी है तो उसने बताया की 20000....... 

फिर उन्होंने दूसरे बेटे से पूछा कि तुम्हारी सैलरी कितनी है उसने बताया 50,000.........

जब उन्होंने अपने तीसरे बेटे यानी की "C" से पूछा कि बेटा तुम्हारी सैलरी  कितनी है "C" किसी ने जवाब दिया कि पिताजी 100000......

पिताजी यह जानकर हैरान हो गए के तीनों ने एक-एक कॉलेज से ग्रेजुएशन किया वह एक ही कंपनी में काम करने के बावजूद

उन तीनों की सैलरी में इतना अंतर क्यों उन्होंने यह बात जानने के लिए उनकी कंपनी के मालिक से पूछा कि

मेरे तीनों बेटे की सैलरी में इतना अंतर आखिर क्यों है
तो मालिक ने कहा कि आप मेरे साथ पूरा 1 दिन

बताइए तो आपको पता चल जाएगा आपके तीनों बेटों के सैलरी में इतना अंतर है आखिर क्यों है

 एक दिन वह दिन आ गया उन्होंने "A" ए को बुलाकर कहा कि आज बंदर ग्रह पर एक जहाज आया है

 वाह कंपनी सस्ती कीमत में माल को खरीदकर वह महंगे कीमत में बेचने का काम करती थी

आप वहां जाकर लेकर आएंगे हमारी कंपनी के लिए कोई ऐसी वस्तु है जिसको बेचकर अच्छा प्रॉफिट निकाला जा सके

कुछ ही देर में "A" नाम का व्यक्ति ऑफिस में आ गया
ऑफिस के मालिक ने पूछा कि तुम इतनी जल्दी कैसे आ गए तो उसने बोला कि बंदर ग्रह पर एक मेरा दोस्त रहता है

मैंने उससे पूछा कि हमारे लिए कुछ वहां पर है तो उसने में बताया कि कुछ खास नहीं है इसलिए मेरा काम जल्दी हो गया

कुछ घंटों बाद "B" भी ऑफिस में आ गया और कहा जी सर जी वहां पर कुछ खास नहीं है बस कुछ कंप्यूटर है वह कुछ फर्नीचर है

 परंतु "C" शाम होने तक ऑफिस नहीं आया उसके पिता वहां बैठकर परेशान थे कि अभी तक मेरा बेटा क्यों नहीं आया है

कुछ समय बाद जब उसका तीसरा बेटा यानी कि "C" नंबर का बेटा ऑफिस आया तो उसने अपने मालिक को बताया सर मजा आ गया

वहां पर कुछ कंप्यूटर थे तथा इसलिए मैं सॉफ्टवेयर इंजीनियर को ले जाकर उन कंप्यूटर की जांच करवाएं और पता लगाया कि किस कंप्यूटर क्या प्रॉब्लम है वह कितने तक वह बिक सकता है

तथा वहां पर कुछ फर्नीचर भी थे तो मैंने एक फर्नीचर के कारीगर को भी बुलवाया और जांच करके पता लगाया कि हम किस फर्नीचर को कितने कीमत में खरीदें और कितनी कीमत पर हम देख सकते हैं

तो मालिक ने कहा कि ठीक है तुम वह सामान खरीद लीजिए......

तो "C" ने जवाब दिया कि मुझे लगता था कि या लिविंग से हम अच्छा प्रॉफिट निकाल सकते हैं तो मैंने जरा भी देगा यह भी ना उसे खरीद लिया

तथा उसे बेचकर अपनी कंपनी को अच्छा खासा प्रॉफिट भी हो गया

तो दोस्तों देखा कि आपने एक ही कॉलेज में पढ़ने  के बावजूद भी तीनों बेटों में कितनााा अंतर है 

तो दोस्तों आप किस केटेगरी में है हि "A"  "B"  "C" कमेंट कर कर जरूर बताएं

 Ujjwal Pathak YouTube channel
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इसलिए हमारे भारतीय की सोचे गलत

 हम इंडियन खींचते हैं हमारे भाइयों की टांग




एक दिन की बात है....
 एक लड़के ने पूछा कि, सर जी 

आप यह बताइए कि दूसरे देशों की तुलना में       भारत इतना पीछे क्यों है.  ........

तो उस बच्चे को एक कहानी सुनवाई 
आइए हम जानते हैं.....

कुछ समय पहले की बात है सर जी किसी समुंदर जीवों प्रदर्शनी....... 


देखने के लिए नहीं थे ! तो उन्होंने देखा कि एक जगह  केकड़ों की......... 



प्रदर्शनीलगी हुई थी वे उस प्रदर्शनी में एक चीज देखकर.......

बहुत ही हैरान हो गए थे उन्होंने देखा के सभी केकड़ों की बोतल......

के ढक्कन लगे हुए थे परंतु एक बोतल का ढक्कन खुला था......

उन्होंने उनसे पूछा कि,  आपने सारी बोतल के ढक्कन   को...

लगा के रखा है परंतु इस बोतल का 
    ढक्कन क्यों नहीं लगाया.......


उन्हें जो जवाब जवाब मिला  उससे  
   वह हैरान हो लोग हैरान थे.......

उन्होंने जवाब दिया कि  यह सब जो 
     केकड़े हैं दूसरे देश के दूसरे देश के हैं.....



अगर इनमे से कोई बाहर निकलने की  कोशिश करता है तो दूसरा केकड़ा
उसकी बाहर निकलने मैं मदद करता है.......

परंतु भारत  का कोई केकड़ा बाहर निकलने की कोशिश करता है


तो दूसरा केकड़ा उसे खींचकर नीचे गिरा देता है जिसके कारण

कोई भी केकड़ा इस जार के बाहर निकल नहीं  पता है

भले ही यह कहानी एक कल्पना है परंतु हम इस बात को भी नहीं नकार सकते कि भारत में कोई भी व्यक्ति आगे बढ़ने की सोचता है जो हम उसे आगे नहीं बढ़ने देते हैं 



 जैसा कि :- अगर कोई हमारा मित्र या अन्य कोई भी व्यक्ति अगर हमसे किसी बिजनेस को  चालू  करने की सलाह लेता है,तो हम उसे क्या कहेंगे अरे मत कर यह काम मैंने बहुत से लोगों को देखा है कि इस बिज़नेस में उसने बहुत ही नुकसान होता है हम उस व्यक्ति को इतना डरा देते हैं कि वह भविष्य में उसे करने की इच्छा ही छोड़ देता है  !

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Best motivation story

दिल दहलाने वाली मोटिवेशन स्टोरी



हाय हाय दोस्तों मेरे इस ब्लॉक चैनल में आप सभी का स्वागत है मैं इस चैनल पर इसी तरह मोटिवेशनल स्टोरी हुआ बिजनेस से जुड़े न्यूज़ वह जानकारी साझा करता हूं !चलो अब हम कहानी की ओर आगे बढ़ते हैं इस ब्लॉग सुविधा में आपका एक बार फिर से स्वागत है !


बेटी नाराज हो गयी

पापा जाने लगे जब ऑफिस, 

बेटी जिद पर अड़ी रही, activa के लिए, वो भी आज

papa ने मजबूरी दिखाई, पर बेटी माने तब न.

बेटी ने जिद में आकर papa से बात करना बंद कर दी.

पापा बेचारे क्या करे ?

बहुत कोशिश की, papa ने, ऑफिस से बेटी को मनाने 

की,पर बेटी phone उठाये तब न.

mood ख़राब हुआ पापा का

छाती में दर्द होने लगा

immediate गया boss के पास, urgent loan पास 

करवाया, showroom गया, बेटी की ख़ुशी के लिए, 

activa खरीद ली.

बेटी को फिर फ़ोन किया ये बताने के लिए कि उसकी 

activa शाम को आ रही है

पर बेटी अब भी नाराज

मुंह फूलाये बैठी थी, जिदी थी

papa से अब भी नाराज थी

पापा शांत हो गए, chest pain बढ़ने लगा,

बहुत प्यार करता था बेटी से

बेटी ने phone नहीं उठाया, और दर्द बढ़ने लगा.

activa तो पहुंच चुकी घर

पर papa को attack आ गया, ऑफिस में ही.

घर पर activa देखकर बहुत खुश हुई बेटी, हद से ज्यादा

पर पापा नहीं दिखे

कुछ समय बाद हॉस्पिटल से फोन आया जी आपके पापा की तबीयत खराब है

सब परेशान, हो गए

 उसके पापा तो बज गए


इसलिए नाराज होने की भी एक हद होती है
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पतंजलि की सफलता का राज

पतंजलि की सफलता का राज



पतंजलि जैसे हम पतंजलि का नाम सुनते हैं तो हमारे सब-कॉन्शस माइंड में यह बात आती है कि यहां आयुर्वेदिक प्रोडक्ट और दूसरी बात आती है कि वह स्वदेशी प्रोडक्ट है  !

तथा इन्हीं बात का फायदा पतंजलि ने उठाया उनहोंने अपने प्रोडक्ट की कॉस्टिंग को भी दूसरे कंपनियों के मुताबिक अपने प्रोडक्ट की कीमत को बहुत कम रखा  जिस कारण दूसरी कंपनियों से कम कीमत पर  अच्छा खासा को profit निकाल पाए

 पतंजलि में मुनाफे से ज्यादा सामाजिक सुधारों में अधिक बल दिया है तथा उन्होंने अपने लाभ पर काम नहीं कर कर बल्कि देश के हित में व देश को सदैव प्रथम स्थान रखकर काम करने का संकल्प क्या है तथा अनिल इन्हीं कारणों के कारण पतंजलि इतनी जल्दी इतना आगे बढ़ गई !

विज्ञापन का योगदान
जिसमें बाबा रामदेव का योगदान सबसे अधिक रहेगा क्योंकि उन्होंने मार्केट को कुछ कुछ इस तरह से कवर किया जिसमें सबसे ज्यादा अधिक अगर आप TV  विज्ञापन देखेंगे तो रिसर्च के मुताबिक सबसे अधिक विज्ञापन पतंजलि के पाए जाएंगे !
तथा जो पतंजलि का स्वदेशी अपनाने का नारा था उससे काफी लोग विज्ञापन व प्रोडक्ट्स के ऊपर आम नागरिकों का भी विशवास हुआ !
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Why did Tata Nano fail?

टाटा नैनो के फेल होने का रीज़न

 रतन टाटा की टाटा नैनो जिसने पूरी दुनिया के कार निर्माता कंपनियों को हैरत में डाल दिया एक लाख में भी कोई कार मार्केट में बना सकता है और उसे बेच भी सकता है जिस कारण सभी कंपनी डर रही थी टी मार्केट में टाटा नैनो नहीं आनी चाहिए पर उसमें नचाना क्या है वाह सोचा गया था उस कार की इतनी भी डिमांड मार्केट में नहीं आई क्या कारण रहा किस कारण से टाटा की टाटा नैनो फैलाई आइए हम जानते हैं !

जब रतनजी टाटा ने ऐलान किया कि हम भारत के इंजीनियर के साथ मिलकर एक ऐसी कार बनाने जा रहे हैं , जिसकी की कीमत मार्केट में मात्र ₹100000 ही होगी यह ख़बर पूरी दुनिया के न्यूज़ चैनल की हेड लाइन बन गई कि अब दुनिया में सबसे वर्ल्ड चीपेस्ट कार टाटा नैनो लांच  होने जा रही है. ! पर जो चीपेस्ट यानी सस्ती चीज के साथ जो लोगों की मानसिकता रहती है कि वह खराब है या बेकार है ऐसी मानसिकता टाटा  कंपनी के विज्ञापन करता मैं ध्यान नहीं दिया जिसके कारण उसकी फ्री की पब्लिसिटी है उसके लिए सबसे बड़ी रुकावट बनी 

2. समाचार मीडिया न्यूज़ कारणों के कारण

 दूसरी वजह यह है कि मार्केट में टाटा नैनो के कुछ कार्य में किसी अन्य कारणों की वजह से आग लग गई या अन्य दुर्घटना हो गई जो किसी तकनीकी खराबी के कारण नहीं थी पर न्यूज़ चैनल वह मीडिया के कारण वह खबर को बहुत बड़ी बना दि आ गई थी और कार निर्माता कंपनियों ने इन खबर को का बहुत ज्यादा ही प्रसार प्रचार किया जिससे मार्केट में टाटा नैनो की एक गलत चीज बन गई


3. कार की कीमत में इजाफा

 Tata कंपनी इंजीनियर को कार बनाने में काफी समय लग गया और जिसमें मार्केट मैं काफी उतार-चढ़ाव आया जिससे कार बनाने की लागत मूल्य में भी इजाफा हुआ तथा कार की कीमत ₹100000 से बढ़कर 120000 50000

  अपने बिजनेस के लिए सीख 

1 अपने प्रोटेक्टर की कभी भी नेगेटिव पब्लिसिटी मत होने दो 
2 अपने प्रोडक्ट की नेगेटिव न्यूज़ पर तुरंत टेंशन लो  !
3 अपने प्रोडक्ट को जल्द ही वह लो कॉस्ट पर बनाऊं!


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