गरीब होते नहीं गरीब एक सोच
तो उस पति ने कहा कि मेरे पास एक भैंस है तथा उसका दूध मार्केट में बेच देते हैं कुछ दूध घर में इस्तेमाल कर लेते हैं
तथा इसी तरह हमारा गुजारा चलता रहता है तथा वहां शाम हो गई और गुरुजी ने वहां अनुमति लेकर विश्राम करने को कहा
जब रात काफी हो गई थी तब गुरु जी ने अपने शिष्य से कहा कि तुम इस की भैंस को कहीं दूर जंगल में छुपा दो
शिष्य को यह सुनकर अचंभा हुआ और दुख भी हो परंतु गुरुजी की बात को मानकर वह भैंश को जंगल में छोड़ आया
10 साल बाद जब वह एक बड़ा गुरु बना तो उसने अपने गलती को सुधारने के लिए वहीं पर गया
परंतु वह जाकर वाह हैरान हो गया उसने देखा कि वहां पर बड़े बड़े बगीचे है , तथा हुआ घर जो छोटा था वहां पर एक बहुत बड़ा घर बन गए
उसने सोचा कि वाह किसान वाह से जमीन छोड़ का चले गया होगा
उसने वहां पास में उसे किसान को काम करते हुए देखता हूं और सब पूछा हे कैसे हो
उसने बोला कि आप उस दिन चले गए थे और उसी दिन मेरे भैंस घूम गई थी
और मेरे पास कमाई का कोई दूसरा साधन भी नहीं था इसलिए मैंने कुछ लकड़ियां घाट कर मार्किट में बेचने के बाद जो पैसा बचा उसे मैंने दो बेल खरीदा
तथा मैंने खेती करना चालू कर दिया तथा फलो और का भी बगीचा लगाना चालू कर दिया
फटा में देखते ही देखते इस शहर का सबसे अमीर व्यक्ति बन गया
इसा ही हम सोचते हैं की हमें जो मिल रहा है हमारे लिए बहुत है ! इसी सोच के कारण हम और कैसा अधिक पैसा नहीं कमा पाते हैं ! अगर आपके पास आईडिया है और पैसा नहीं तो उस idea गो साइट में रखिए और JOB कर कर पैसा कमाया और फिर उस idea पर काम कीजिए
Nikology-YouTube चैनल copiy द्वारा प्रसारित
एक दिन एक गुरु और एक उनके शिष्य घूमते-घूमते एक गांव में पहुंचे वहां पर उन्होंने देखा कि एक बहुत बड़ा खेत है तथा वह जमीन भी बहुत उपजाऊ है ! परंतु उसको को देखकर ऐसा लगता था कि उसका मालिक उस पर ज्यादा देखभाल नहीं करता था !
तथा पास हीं एक छोटा सा घर था तथा घर में आवाज दि वहां से है 4 जो लोग बाहर आए जिसमें से दो छोटे बच्चे थे तथा उस खेत का मालिक और उसकी पत्नी बाहर आई उसके फटे हुए कपड़ थे तथा वे बहुत ही गरीब नजर आ रहा थे !
कथा गुरु जी ने पूछा कि तुम्हारी जमीनी इतनी अच्छी हैं
उन्होंने पूछा कि फिर भी तुम खेती नहीं करते तो तुम्हारा रोजाना का गुजारा कैसे चलता हैतो उस पति ने कहा कि मेरे पास एक भैंस है तथा उसका दूध मार्केट में बेच देते हैं कुछ दूध घर में इस्तेमाल कर लेते हैं
तथा इसी तरह हमारा गुजारा चलता रहता है तथा वहां शाम हो गई और गुरुजी ने वहां अनुमति लेकर विश्राम करने को कहा
जब रात काफी हो गई थी तब गुरु जी ने अपने शिष्य से कहा कि तुम इस की भैंस को कहीं दूर जंगल में छुपा दो
शिष्य को यह सुनकर अचंभा हुआ और दुख भी हो परंतु गुरुजी की बात को मानकर वह भैंश को जंगल में छोड़ आया
10 साल बाद जब वह एक बड़ा गुरु बना तो उसने अपने गलती को सुधारने के लिए वहीं पर गया
परंतु वह जाकर वाह हैरान हो गया उसने देखा कि वहां पर बड़े बड़े बगीचे है , तथा हुआ घर जो छोटा था वहां पर एक बहुत बड़ा घर बन गए
उसने सोचा कि वाह किसान वाह से जमीन छोड़ का चले गया होगा
उसने वहां पास में उसे किसान को काम करते हुए देखता हूं और सब पूछा हे कैसे हो
उसने बोला कि आप उस दिन चले गए थे और उसी दिन मेरे भैंस घूम गई थी
और मेरे पास कमाई का कोई दूसरा साधन भी नहीं था इसलिए मैंने कुछ लकड़ियां घाट कर मार्किट में बेचने के बाद जो पैसा बचा उसे मैंने दो बेल खरीदा
तथा मैंने खेती करना चालू कर दिया तथा फलो और का भी बगीचा लगाना चालू कर दिया
फटा में देखते ही देखते इस शहर का सबसे अमीर व्यक्ति बन गया
इसा ही हम सोचते हैं की हमें जो मिल रहा है हमारे लिए बहुत है ! इसी सोच के कारण हम और कैसा अधिक पैसा नहीं कमा पाते हैं ! अगर आपके पास आईडिया है और पैसा नहीं तो उस idea गो साइट में रखिए और JOB कर कर पैसा कमाया और फिर उस idea पर काम कीजिए