328 सांसदों ने दिया भरोसा
328 सांसदों ने दिया भरोसा मोदी को |
अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में यानी सरकार के पक्ष में 325 वोट गिरे जबकि अविश्वास के समर्थन यानी सरकार के विरोध में सिर्फ 126 वोट गिरे. बता दें कि सदन में सिर्फ 451 सांसद मौजूद थे. यानी जितने सांसद मौजूद थे उसे देखते हुए सरकार ने दो तिहाई का आंकड़ा पार कर लिया. आंकड़ों के लिहाज से ये मोदी सरकार की दमदार जीत मानी जाएगी.
वोटिंग से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में प्रस्ताव पर चर्चा का अपना जवाब दिया. उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास मोदी हटाओ ही एक मात्र मुद्दा है. मोदी के भाषण के दौरान टीडीपी और विपक्षी सांसद नारेबाजी और हंगामा करते रहे.
मोदी के भाषण के तुरंत बाद तेलूगु देशम पार्टी के श्रीनिवास केसिनेनी ने उनकी स्पीच की तरफ इशारा करते हुए कहा मुझे लगा मैं बीते देढ़ घंटे से कोई ब्लॉकबस्टर फ़िल्म देख रहा था, इसमें कोई शक़ नहीं कि संसद में मौजूद मेरे साथ दुनिया के सबसे बेहतरीन एक्टर हैं.
संविधान में अविश्वास प्रस्ताव
संविधान में अविश्वास प्रस्ताव का कोई जिक्र नहीं है। लेकिन अनुच्छेद 118 के तहत हर सदन अपनी प्रक्रिया बना सकता है जबकि नियम 198 के तहत ऐसी व्यवस्था है कि कोई भी सदस्य लोकसभा अध्यक्ष को सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दे सकता है। ऐसा ही मंगलवार 18 जुलाई को टीडीपी और कांग्रेस सदस्य ने नोटिस दिया। जिसपर अब शुक्रवार को बहस होगी।
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